(Border Gavaskar Trophy – Gabba Stadium – Day 1): भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज 14 दिसंबर 2024 को तीसरा टेस्ट मैच खेला गया जहाँ टॉस जीतकर रोहित शर्मा ने पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया।
आज के मैच में भारत की और से गेंदबाज़ी में दो बदलाव किये गए जिसमें हर्षित राणा की जगह आकाशदीप और अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा को जगह मिली।
वही ऑस्ट्रेलिया के तरफ से बोलैंड की जगह जोश हेज़लवुड को शामिल किया गया।
आखिर रोहित शर्मा ने क्यों किया पहले गेंदबाज़ी का फैसला?
जैसा की हमने मैच शुरू होने से पहले देखा की आज पूरे दिन ब्रिस्बेन में बारिश की चेतावनी थी और सुबह से ही आसमान में काले बादल छाये हुए थे।
ऐसे में रोहित न्यूज़ीलैण्ड वाली गलती नहीं दोहराना चाहते थे।
क्यूँकि ज़्यादातर देखा गया है कि ओवरकास्ट कंडीशंस में गेंदबाज़ो के लिए मदद होती है और गेंद ज्यादा स्विंग होती है।
ऐसे में पहले बल्लेबाज़ी करना भारतीय टीम के लिए घातक साबित हो सकता था।
पहले गेंदबाज़ी के फैसले के बावजूद क्यों नहीं मिली सफलता ?
तकनीकी रूप से देखें तो भारतीय गेंदबाज़ो को पहले 5-6 ओवर में ही एक दो विकेट मिलने चाहिए थे। लेकिन हमारे गेंदबाज़ो ने पहले कुछ ओवरों में सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी नहीं की। इसके अलावा शुरुवात में बुमराह के साथ सिराज को गेंदबाज़ी करवाना सही साबित नहीं हुआ।
यदि रोहित शर्मा, शुरुवाती ओवर्स में दूसरे छोर से सिराज की जगह आकाशदीप को लेकर आते तो शायद कुछ सफलता मिल सकती थी।
हालाँकि बाद के ओवर्स में जब रोहित शर्मा आकाशदीप को लेकर आये तो उन्होंने सटीक गेंदबाज़ी की और 3.2 ओवर में सिर्फ 2 रन दिए, जिसमें 2 ओवर मेडन भी रहे।
ऐसे में यदि बारिश ख़लल न डालती तो भारतीय टीम को सफलता मिल सकती थी।
क्यूंकि 13.2 ओवर होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया का स्कोर सिर्फ 28/0 रन था। जिसमे ख्वाजा 19 रन और मैकस्वीनी सिर्फ 4 रन पर खेल रहे थे।
बाद में तेज़ बारिश के वजह से पहले दिन का खेल रद्द हो गया।
दूसरे दिन के पहले सेशन में मिल सकते है भारत को विकेट
वैसे तो मौसम विभाग द्वारा ब्रिस्बेन में चारो दिन बारिश की चेतावनी है। लेकिन स्थानीय लोगो के मानना है की यहाँ के मौसम का अनुमान लगाना मुश्किल है। अगर गाबा स्टेडियम में दूसरे दिन का खेल होता है तो ये भारत के लिए काफी फायदेमंद रहेगा।
क्यूँकि जब रात भर पिच कवर्स में रहती है तो उसमें नमी आ जाती है जिससे तेज़ गेंदबाज़ो को पिच से काफी सहायता मिलती है।
ऐसे में जब दूसरे दिन का खेल शुरू होगा, तो भारतीय गेंदबाज़ ऊर्जा और ताज़गी के साथ उतरेंगे जिससे उन्हें शुरुवाती विकेट लेने में मदद मिलेगी।