22 नवंबर 2024 से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy 2024) का आगाज़ हो चुका है। जिस पर दुनिया भर के लोगो की नज़र है। टॉस जीतकर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमरा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया।
पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज़ क्रीज़ पर उतरे लेकिन कुछ खास नहीं कर सके, ओपनिंग के लिए आये KL राहुल अच्छे दिखाई दे रहे थे लेकिन वह थर्ड अंपायर द्वारा गलत निर्णय का शिकार हो गए। वही साथ में उतरे देवदत्त पडिकल 23 गेंद खेलकर शून्य पर आउट हो गए।
पहले पारी में पर्थ का विकेट गेंदबाज़ो के लिए काफी मददगार साबित हो रहा था। जिसकी वजह से सभी बल्लेबाज़ों को खेलने में काफी दिक्कत हो रही थी।
पहले दिन पिच पर गेंद काफी तेज़ी और उछाल के साथ आ रहा था। जिसकी वजह से विराट कोहली समेत पूरी टीम 150 रन के स्कोर पर ही आउट हो गयी।
हालांकि निचले क्रम पर आये ऋषभ पंत और नितीश रेड्डी ने 36 और 41 रन का योगदान दिया।
बुमराह ने अपनी गेंदबाज़ी से बरसाया कहर
पहली पारी में जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज़ी करने आयी तो बुमराह ने उनके 4 प्रमुख बल्लेबाज़ उस्मान ख्वाजा, नैथन मैक स्वीनी, पैट कम्मिंस और स्टीव स्मिथ का सस्ते में चलता कर दिया। बाकी मिचेल मार्श, मारनस और ट्राविस हेड को सिराज और हर्षित राणा ने आउट कर दिया।
पहले दिन का खेल ख़त्म होने तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 67/7 था।
दूसरे दिन, यानि 23 नवंबर 2024 को जब पारी की शुरुवात हुई तो बुमरा ने खतरनाक दिख रहे एलेक्स कैरी को समय रहते आउट कर दिया।
मिचेल स्टार्क और जोश हेज़ल वुड की पारी ने किया भारतीय गेंदबाज़ो को परेशान
जब स्टार्स और हेज़ल वुड बल्लेबाज़ी करने उतरे तब तक पिच ड्राई हो चुकी थी और भारतीय गेंदबाज़ो को मदद मिलनी लगभग बंद हो गयी थी।
बुमरा, हर्षित और सिराज से ये दोनों बैट्समेन आउट नहीं हो रहे थे और दोनों ने देखते-देखते 37 रन जोड़ दिए जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 104 हो गया।
स्टार्स को आउट करने के लिए बुमरा ने वाशिंटन सुन्दर से भी 2 ओवर करवा डाले हालाँकि कोई भी परिणाम नहीं निकला। फिर करीब 2 घंटे के खेल के बाद हर्षित राणा के बाउंसर पर स्टार्क आउट हो गए और ऑस्ट्रेलिया की टीम 104 के लक्ष्य पर सिमट गयी।
दूसरी पारी में विकेट का बदला मिजाज़, नहीं मिली ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ो को मदद
दूसरी पारी में जब भारतीय बल्लेबाज़ खेलने उतरे तो विकेट बल्लेबाज़ी के लिए पहले के मुक़ाबले आसान हो गयी, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया का कोई भी गेंदबाज़ कारगर साबित नहीं हुआ और भारत के सलामी बल्लेबाज़ Kl राहुल और यशश्वी जायसवाल ने 172 रन बना डाले।
दूसरे दिन के खेल ख़त्म होने तक भारत के पास 218 की बढ़त आ गयी।
आखरी पारी में खल सकती है एक अतिरिक्त प्रमुख गेंदबाज़ की कमी
विकेट का ड्राई होना एक चिंता की बात हो सकती है। यदि भारतीय टीम 400 से ऊपर का लक्ष्य देती है तो ये ऑस्ट्रेलिया के लिए चुनौती पूर्ण होगा। लेकिन अगर भारत की टीम 290 या 320 तक सिमट जाती है तो यह भारत के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। क्यूंकि ऑस्ट्रेलिया में दसवें नंबर तक का खिलाडी बल्लेबाज़ी करने की काबिलियत रखता है।
ऊपर से भारत के युवा गेंदबाज़ हर्षित राणा और नितीश रेड्डी को ऑस्ट्रेलियाई पिच पर गेंदबाज़ी का कोई अनुभव नहीं है। यह बात जरूर है की उन्होंने पहली पारी में काफी अच्छी गेंदबाज़ी की है लेकिन उस समय पिच पर गेंदबाज़ी के लिए मदद थी, और जरुरी नहीं की ऑस्ट्रेलिया की टीम हर बार 104 रन पर सिमट जाए।
ऐसे में भारत को एक अतरिक्त प्रमुख गेंदबाज़ की कमी खल सकती है। अगर भारतीय टीम में शमी या आश्विन जैसा कोई गेंदबाज़ होता तो शायद जो परेशानी मिचेल स्टार्स को आउट करते समय आयी वह नहीं आती।
इसलिए भारत को चाहिए की वह ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाये ताकि ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज़ उसका पीछा न कर सके।