(Border Gavaskar Trophy 2024-25): भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट मैच की श्रृंखला खेल रही है। जिसमें से पहला मैच पर्थ में खेला गया और दूसरा एडिलेड में। दोनों ही मैचों में नतीजे आश्चर्यजनक रहे। एक तरफ जहाँ बुमराह ने जबरदस्त कप्तानी कर अपनी टीम को पर्थ में 295 रन से ऐतिहासिक जीत दिलाई वही दूसरी और रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम पिंक बॉल टेस्ट में एडिलेड में 10 विकेट से हार गयी।
अब भारत अपना अगला मैच 14 दिसंबर को ब्रिस्बेन के Gabba स्टेडियम में खेलेगा, जहाँ ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है। हालाँकि पिछली बार ऋषभ पंत ने ताबड़तोड़ पारी खेल भारत को Gabba स्टेडियम में एक ऐतिहासिक जीत दिलवाई थी।
लेकिन क्या भारतीय टीम ऐसा करने में दोबारा करने में सफल होगी ? कहना मुश्किल है।
क्या भारतीय टीम मैनेजमेंट ने “बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी” के लिए मेरिट पर नहीं किया चुनाव?
Rohit Sharma vs Cheteshwar Pujara – वैसे देखा जाये तो रोहित शर्मा टी20 और आईपीएल के काफी सफल कप्तान रहे है, और भारत में उन्होंने अपनी टीम के लिए काफी रन भी बनाये है और हाल में टीम को टी20 वर्ल्ड कप भी जिताया है।
लेकिन 2013 से लेकर 2024 तक अगर उनका ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच का रिकॉर्ड देखा जाये तो वह काफी साधारण है। रोहित शर्मा की आखिरी 16 इन्निंग्स देखे तो उसमे उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर सिर्फ 63* रन का है।
इन 16 इन्निंग्स में से 7 बार वह सिंगल डिजिट के स्कोर पर आउट हुए है।
अगर रोहित शर्मा के ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन की तुलना चेतेश्वर पुजारा से करे तो आपको इसे देख कर चौक जायेगे।
चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में 2010 से 2023 तक 21 परियां खेली है। जिनमें उनके 3 शतक, 5 अर्धशतक और सर्वाधिक स्कोर 193 है, जो 2018 में खेले गए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में आया था।
इसके अलावा 21 पारियों में वह केवल 4 बार सिंगल डिजिट के स्कोर पर आउट हुए है।
गेंदों के हिसाब भी देखें तो चेतेश्वर पुजारा ने अधिकतम 373 गेंदे खेली है, लेकिन रोहित ने अधिकतम 133 गेंदे खेली है।
डिफेन्स और तकनीक के लिहाज़ से भी चेतेश्वर पुजारा रोहित से कही बेहतर खिलाडी है।
अगर दोनों की उम्र की तुलना की जाये तो आप पाएंगे की रोहित शर्मा 37 जबकि चेतेश्वर पुजारा 36 वर्ष के है।
तो प्रश्न ये उठता है की अगर हर लहज़े में चेतेश्वर उनसे एक नंबर आगे है, को कैसे BCCI व टीम मैनेजमेंट ने चेतेश्वर पुजारा की जगह रोहित शर्मा को रखना ठीक समझा ?
क्या यहाँ कोई लॉबी काम कर रही है या फिर PR और प्रसिद्धि के आधार पर टीम में खिलाड़ियों का चयन हो रहा है?
आज भारतीय टीम के पास अच्छे खिलाड़ी होते हुए भी हम ख़राब बल्लेबाज़ी से जूझ रहे है। क्यूँकि टीम मैनेजमेंट मेरिट पर खिलाड़ियों का चयन नहीं कर रही है।