क्या पाकिस्तानी Youtubers और उनके पूर्व क्रिकेटर्स गिरा रहे है युवा खिलाड़ियों का मनोबल ?

जैसा की आप सब जानते है की एक समय में पाकिस्तान क्रिकेट का दुनिया भर में दबदबा था, हालाँकि उस समय भी पाकिस्तान के पास कोई खास ICC की ट्रॉफीज का भंडार नहीं था लेकिन खिलाड़ियों में एक जूनून और खेल के प्रति गंभीरता था।

ऐसा नहीं है की पाकिस्तान में टेलेंट की कमी है। लेकिन शायद उनका सिस्टम ही इतना ख़राब है की वह अच्छे खिलाड़ियों को ऊपर आने नहीं देता।

दूसरी तरफ भाई भतीजावाद, दोस्ती यारी के चक्कर में युवा खिलाड़ियों को मौका ही नहीं मिलता।

और जिनको मौका मिलता भी है उनको भी एक दो मैच के आधार पर हीरो या ज़ीरो बना दिया जाता है।

पाकिस्तानी Youtubers और पूर्व खिलाड़ी गिरा रहे है मनोबल

ऐसा नहीं है की पाकिस्तानी खिलाड़ियों को खेलना नहीं आता, या उनके अंदर टैलेंट की कमी है।

लेकिन जैसे ही पाकिस्तानी टीम एक दो मैच में फेल हो जाती है तो उनकी आवाम अपने खिलाड़ियों को गाली-गलोच करने लग जाती है।

और यही हाल उनके पूर्व खिलाडी और youtubers का है, एक मैच में बुरा प्रदर्शन आया नहीं लग गए खिलाड़ियों की आलोचना करने।

आज ऐसा तमाम पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल है जो सिर्फ अपने खिलाड़ियों की आलोचना करके और दूसरे देशो की वाह वाही करके व्यूज और सुपर चैट बटोर रहे है।

इन यूट्यूब चैनल्स में अहमद शहजाद, कामरान अकमल, वसाय हबीब, फ़ुरक़ान भट्टी, भाकरी (BBN स्पोर्ट्स) और कई अन्य चैनल्स के नाम है।

अगर हाल में हुए ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान के तीसरी टी20 मुक़ाबले का उदाहरण ले तो इसमें बाबर आज़म ने 28 गेंदों में 146 के स्ट्राइक रेट से 41 रन बनाये।

हालाँकि शुरुवात में बाबर का स्ट्राइक रेट 200 के करीब था। मगर एक दो विकेट गिरने के बाद उनके ऊपर प्रेशर आ गया और गेम थोड़ा धीमा हो गया।

और शायद वही पूरी टीम में एक मात्र ऐसे बल्लेबाज़ थे जिसने 40 से ऊपर का आंकड़ा पार किया।

Credit – Ahmad Shahzad

ऐसा में भी अहमद शहजाद और अली ने उनकी अपने यूट्यूब चैनल पर जबरदस्त आलोचना की। जिसकी बिलकुल भी ज़रूरत नहीं थी।

उनको सोचना चाहिए की यदि बाबर भी ऊपर से रन न बनाते तो पाकिस्तान की टीम 117 रन भी न बना पाती।

यही जबरदस्ती की आलोचना अच्छे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास ख़त्म कर देती है और खिलाडी अगले मुक़ाबलों में दवाब में रहता है।

पाकिस्तानी चैनल दे रहे है अपने खिलाड़ियों को जमकर गालियां

Credit-CH Waleed Rauf

यदि आप यूट्यूब पर जायेंगे तो आपको पता चलेगा की रिएक्शन के नाम पर कितने पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल बनते जा रहे है।

जिनका काम सिर्फ मैच के बाद अपने खिलाड़ियों को गलियां देना है।

उनको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता की इससे उनके खिलाड़ियों के ऊपर क्या असर पड़ता है।

ये youtubers जितना अपने खिलाड़ियों को गलियां देते है उतने ही उनको व्यूज और सुपर चैट आती है।

इसलिए इन लोगो ने इसको एक धंधा बना लिया है। फिर चाहे इससे पाकिस्तान के खेल को कितना ही नुक्सान क्यों न हो।

Must Read

एशिया कप से पहले वसीम अकरम का भारत-पाक को लेकर बयान वायरल, ट्विटर पर मचा धमाल

एशिया कप 2025 से पहले वसीम अकरम का भारत-पाक को लेकर...

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मुकाबला हमेशा ही रोमांच और जुनून से भरा होता है। इस बार एशिया कप 2025 में दोनों...