India vs England 2nd Test, Edgbaston, Birmingham: भारतीय टीम 2 जुलाई 2025 को अपना दूसरा मैच बर्मिंघम में खेलने जा रही है जहाँ गेंद काफ़ी स्विंग और सीम करती है, ये ग्राउंड भारतीय खिलाड़ियों के लिए काफ़ी चुनौती लेकर आने वाला है, उसके अलावा टीम में इंग्लैंड के सबसे ख़तरनाक गेंदबाज़ की भी वापसी हो रही है जो की भारतीय फैन्स के लिए एक बुरी खबर है, ये वही गेंदबाज़ है जिसने एशेज़ के दौरान ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ियों को गेंद मार-मार कर हाथ पैर सूजा दिए थे। ऐसी कंडीशंस में जहाँ गेंद हिलती हो, क्या वहाँ शुभमन गिल जैसे अन्य युवा खिलाड़ी टिक पाएंगे ये कहना मुश्किल है।
भारतीय टीम ने बनाया पहले टेस्ट में रिकॉर्ड
ऐसा इतिहास में शायद पहली बार हुआ है कि भारतीय टीम से एक ही मैच में 5 खिलाड़ियों ने शतक लगाया हो और फिर भी टीम हार जाये, हालांकि पहले टेस्ट मैच में ऐसा ही कुछ देखने को मिला, पहली इनिंग में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने शतक लगाया और दूसरी पारी में के एल राहुल ने अपना मैच का पहला और ऋषभ ने मैच का दूसरा शतक लगाया, इस शतक के साथ ही टीम इंडिया के कई रिकॉर्ड बने। जितनी समझदारी से भारतीय टीम के ऊपरी क्रम ने बल्लेबाज़ी की उतनी है ख़राब टीम की गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग रही।
युवा खिलाड़ियों ने दिखायी मैदान में बेशर्मी
एक तरफ़ जहाँ टीम इंडिया कैच पर कैच छोड़े जा रही थी, वही दूसरी और बाउंड्री पर खड़े यशस्वी जायसवाल बेशर्मों की तरह से नाच रहे थे, यही नहीं स्लिप पर खड़े नए नवेले टेस्ट के कप्तान ‘शुभमन गिल’ भी हँसी ठिठोली कर रहे थे, भले ही इन युवा खिलाड़ियों को टेस्ट मैच का उतना अनुभव न हो लेकिन टेस्ट मैच की अहमियत तो पता होनी चाहिए, क्या इन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा को हारते वक्त कभी हसतें हुए देखा है, यदि युवा खिलाड़ी थोड़ी सी ज़िम्मेदारी के साथ मैच में फ़ील्डिंग के लिए उतरते तो खेल का परिणाम भारत के पक्ष में होता। हालांकि इन युवा खिलाड़ियों से अभी उस तरह की उम्मीद करना अपने आप से ही एक बेईमानी होगा, क्यूंकि इनके दिमाग़ में अभी भी IPL का सुरूर भरा हुआ है और शायद इसलिए इन्हें टेस्ट मैच की अहमियत नहीं पता है।
गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग है भारत की कमजोर कड़ी
पहले मैच में हारने के बाद टीम में चर्चाओं का दौर चालू हो गया है, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि गौतम गंभीर टेस्ट में सही टीम का चयन नहीं कर पा रहे है, क्यूंकि टीम में बुमराह के अलावा कोई भी ऐसा गेंदबाज़ नहीं है जो ज़िम्मेदारी से गेंदबाज़ी कर रहा हो, शार्दूल ठाकुर और सिराज जैसे गेंदबाज़ जो की 2022 में भी इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ का हिस्सा थे उन्होंने भी अपनी पुरानी गलतियों से कोई सीख नहीं ली है, जिसकी वजह से विकेट्स लेने का पूरा दबाव जसप्रीत बुमराह पर पड़ जाता है और वह अपनी क्षमता है ज्यादा गेंदबाज़ी करने के लिए मजबूर हो जाते है। दूसरी तरफ़ सिराज अपनी लय में भी नहीं है, उन्होंने पहली इनिंग में 27 ओवर में 4.52 की इकॉनमी से 122 रन देकर 2 विकेट लिए, लेकिन दूसरी इनिंग में एक भी विकेट लेने में कामियाब नहीं हुए।
भारत की जीत मुश्किल, इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज की टीम में वापसी, बुमराह हो सकते है दूसरे टेस्ट से बाहर
मीडिया के हवाले से ख़बर आ रही है की भारत के तेज गेंदबाज़ ‘जसप्रीत बुमराह’ वर्क लोड मैनेजमेंट की वजह से टीम से बाहर हो सकते है, यदि ऐसा होता है तो भारत की गेंदबाज़ी जो पहले से कमजोर है वह और भी कमज़ोर हो जाएगी और टीम इंडिया का बर्मिंघम के मैदान में जीतना मुश्किल हो जाएगा, दरअसल पूरी कहानी ये है की एक तरफ़ भारतीय टीम बुमराह के जाने से कमजोर हो रही है वही इंग्लैंड की टीम ‘जोफ्रा आर्चर’ के आने से मजबूत हो रही है, इंग्लैंड की स्विंग और सीमिंग कंडीशंस में आर्चर और भी ज़्यादा ख़तरनाक हो जाएँगे। अब देखना ये होगा की क्या भारत के युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल और साईं सुदर्शन जोफ्रा की बाउंसर्स और स्विंग के ख़िलाफ़ अपना विकेट बचा पाएंगे ? यदि ऐसा होता है तो भारत के जीतने की संभावना बन सकती है। इसके अलावा भारत को अच्छी गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग भी करनी पड़ेगी जिसकी उम्मीद कुछ कम ही नज़र आ रही है।