न्यूज़ीलैण्ड से तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला घर में हारने के बाद पूरे विश्व ने भारतीय टीम की आलोचना शुरू कर दी थी।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरे से ठीक पहले भारतीय और विदेशी टीम के दिग्गजों ने टीम की 5-0 से हार की भविष्यवाणी कर दी थी।
बावजूद इसके भारत ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ज़बरदस्त खेल दिखाया।
वो अलग बात है की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज़ी लड़खड़ा गयी और सिर्फ 150 रन ही बना पायी।
लेकिन जसप्रीत बुमराह की बेहतरीन गेंदबाज़ी की बदौलत भारत ने वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को 104 रन के स्कोर पर आल आउट कर दिया।
दूसरी पारी में KL राहुल और यशस्वी जायसवाल ने सजाया माहौल
43 रन की लीड लेने के बाद उतरे भारत के सलामी बल्लेबाज़ KL ऱाहुल और यशस्वी जायसवाल ने काफी सब्र दिखाया और घंटो तक क्रीज़ पर टिके रहे।
15-20 ओवर के खेल के बाद ऑस्ट्रेलिया के बॉलर गेंद डाल डाल कर थक गए। जिसका फायदा दोनों बल्लेबाज़ों को हुआ।
राहुल (77) और जायसवाल (161) ने रिकॉर्ड तोड़ 238 रन की साझेदारी की जो अब तक की विदेश में सबसे बड़ी साझेदारी है।
वही देवदत्त पडिकल ने भी क्रीज़ में अच्छा समय बिताया, मगर वह कुछ खास नहीं कर सके।
विराट कोहली ने लगाया शतक
काफी अरसे से विराट कोहली बुरी फॉर्म से जूझ रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें लोगो की आलोचना झेलनी पड़ रही थी।
कुछ दिग्गजों ने तो यहाँ तक कह दिया की विराट कोहली की अब टीम में जगह नहीं बनती और उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए।
लेकिन कोहली ने अपने आप को चैलेंज किया और लगातार ट्रेनिंग की।
Optus स्टेडियम (पर्थ) की कठिन विकेट पर वे पहले पारी में हेज़लवुड की गेंद पर सिर्फ 5 रन पर बनाकर आउट हो गए।
लेकिन दूसरी पारी में जब विकेट बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल हो गयी तो उन्होंने अच्छा खेल दिखाया और ऑस्ट्रेलिया में अपना 7वां शतक लगा दिया।
इसी के साथ विराट के टेस्ट में 30 शतक पूरे हो गए, और शतक होते ही कप्तान बुमराह ने पारी 533 रन के लक्ष्य पर डिक्लेअर कर दी, जिसमे 43 रन की लीड भी शामिल थी।
दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने उत्तरी ऑस्ट्रेलिया की टीम के बुमराह ने डंडे उखाड़ दिए और पूरी टीम 238 के स्कोर पर आउट हो गयी और भारत ये मैच 295 के बड़े अंतर से जीत गयी। ऑस्ट्रेलिया में भारत की ये दूसरी सबसे बड़ी जीत है।
5 टेस्ट मैच की श्रृंखला में भारत अब 1-0 से आगे है। हालाँकि अगली चुनौती इससे भी बड़ी होने वाली है। क्यूंकि अगला टेस्ट मैच पिंक बॉल से एडिलेड में खेला जायेगा जहाँ गेंद सीम और स्विंग ज्यादा होता है। ऐसे में हमे अपनी टीम ध्यान से चुननी पड़ेगी।
एडिलेड टेस्ट के लिए ये हो सकती है भारत की टीम 11
पहले टेस्ट में भारत की और से 4 युवाओ ने डेब्यू किया, जिसमे देवदत्त पडिकल, ध्रुव जुरेल, हर्षित राणा और नितीश रेड्डी शामिल है। अगर देवदत्त पडिकल और जुरेल को छोड़ दे तो दोनों ही युवाओ ने बहुत ही ज़बरदस्त खेल दिखाया। इसलिए अब भारत के लिए टीम चुनना और भी ज्यादा मुश्किल हो गया है।
क्युकी एक तरफ शुभमन गिल है और दूसरी तरफ रोहित शर्मा, वही गेंदबाज़ो की बात करे तो आश्विन, जडेजा और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाज़ बाहर बैठे अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे है।
अब क्यूंकि अगला डे-नाईट टेस्ट मैच पिंक बॉल से होना है तो जाहिर है टीम भी उसी हिसाब से चुनी जाएगी।
कंडीशंस, परफॉरमेंस और फॉर्म को देखते हुए मैनेजमेंट इस प्लेइंग 11 के साथ जा सकती है।
1 ) रोहित शर्मा (c)
2 ) यशस्वी जायसवाल
3 ) शुभमन गिल (देवदत्त पडिकल की जगह)
4) विराट कोहली
5 ) ऋषभ पंत
6) KL राहुल (जुरेल की जगह)
7) वाशिंगटन सुन्दर / रविंद्र जडेजा / अश्विन
8) नितीश रेड्डी
9) हर्षित राणा / प्रसिद्ध कृष्णा
10) सिराज
11) जसप्रीत बुमराह (vc)